एक लड़की की जिंदगी....
एक लड़की की जिंदगी भी कितनी बेङियों से जकङी होती है,
कुछ करने जाओ तो दुनिया की कितनी लाज-शरम होती है,
सबसे पहली बेङी तो मां-बाप की ही होती है,
क्योंकि उनको अपने दूध और खून की installment जो लेनी होती है,
दुसरी बेङी समाज की होती है,
जिसको एक लड़की सिर्फ एक पिंजरे में ही सुहाती है,
तीसरी बेङी उन रीति-रिवाजों की होती है,
जिनमे एक लड़की सबसे आखिरी में खड़ी होती है,
चौथी बेङी उसके लड़कपन की होती है,
जिसमे पूरी दुनिया को...
कुछ करने जाओ तो दुनिया की कितनी लाज-शरम होती है,
सबसे पहली बेङी तो मां-बाप की ही होती है,
क्योंकि उनको अपने दूध और खून की installment जो लेनी होती है,
दुसरी बेङी समाज की होती है,
जिसको एक लड़की सिर्फ एक पिंजरे में ही सुहाती है,
तीसरी बेङी उन रीति-रिवाजों की होती है,
जिनमे एक लड़की सबसे आखिरी में खड़ी होती है,
चौथी बेङी उसके लड़कपन की होती है,
जिसमे पूरी दुनिया को...