यूं ही नहीं...
यूं ही नहीं ज़िन्दगी में
कोई होनी होती है,
हैं फरमान किस्मत का,
जो होकर ही रहती हैं,
बचा कर चल रहा था ख़ुद को,
पर कम्बख़त नज़र लड़ी भी तो,
दिल से दिमाग से...
कोई होनी होती है,
हैं फरमान किस्मत का,
जो होकर ही रहती हैं,
बचा कर चल रहा था ख़ुद को,
पर कम्बख़त नज़र लड़ी भी तो,
दिल से दिमाग से...