ऐसे मिलो तुम हमसे......
ऐसे मिलो तुम हमसे सनम, चाह अधूरी न रहे कोई,
न कर सके जुदा ये जहां हमें, मज़बूरी न रहे कोई।
यूँ ही पुष्प प्रेम के जीवन में, खिलते रहे सदा हमारे,
बाहों में ऐसे...
न कर सके जुदा ये जहां हमें, मज़बूरी न रहे कोई।
यूँ ही पुष्प प्रेम के जीवन में, खिलते रहे सदा हमारे,
बाहों में ऐसे...