Baarish...
तू मुझसे मिलती है
कुछ अपनी सी लगती है
मेरी ज़िन्दगी जैसे तेरे
होने से उभरती है
तेरी हर इक बूंद मुझपर
वह असर कर जाती है
जैसे किसी ज़ख्म पर
कोई मलहम लगा रहा हो
तू सबकी हो कर भी
क्यों मुझे बस अपनी सी लगती है
मोहब्बत होती उस हर पल
जिस पल तू...
कुछ अपनी सी लगती है
मेरी ज़िन्दगी जैसे तेरे
होने से उभरती है
तेरी हर इक बूंद मुझपर
वह असर कर जाती है
जैसे किसी ज़ख्म पर
कोई मलहम लगा रहा हो
तू सबकी हो कर भी
क्यों मुझे बस अपनी सी लगती है
मोहब्बत होती उस हर पल
जिस पल तू...