...

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मौसम आशिक़ाना
काली घटाएँ घिर घिर आये, मंजर सुहानी शाम सा है
बादल गरजे बिजुरी चमके, हृदय में कोलाहल सा है

कोयल कुहू - कुहू गाने लगी है, मोर खुशी से नाचे है
ऊँचे पहाड़ों से झर झर...