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आईना
#Reflection
देखा मैने जब जब आइना
पाया मैने खुद को वैसे जैसी हूं मैं
छुपा कर रखा है जिसे इस जग से
क्यूंकि मतलब नहीं किसी को
आपके असल वजूद से
चाहते है ये लोग देखना वही
जो वो चाहते हैं देखना
दुख दर्द पीड़ा न दिखे कुछ भी इनको
दिखेगा सिर्फ वही झूठी मुस्कान
जिसे आपने अपने चेहरे पर है बनाए रखा
देखोगे जब आइना मिलेगी तुम्हे तुम्हारी परछाई
झूठी मुस्कान रहेगी मगर छलकेगी दिन भर थकान
कहोगे तब खुद से तुम खुद की तकलीफ़
रोओगे देखकर अपनी परेशानी
मगर खुद की ताकत भी बनोगे
हर नए मोड़ पर को बेहतर बनाओगे
खुद से खुद की जंग भी जीत जाओगे
क्यूंकि अभी सिर्फ तुम्हे जरूरत है खुद की।।
© Aaliya
देखा मैने जब जब आइना
पाया मैने खुद को वैसे जैसी हूं मैं
छुपा कर रखा है जिसे इस जग से
क्यूंकि मतलब नहीं किसी को
आपके असल वजूद से
चाहते है ये लोग देखना वही
जो वो चाहते हैं देखना
दुख दर्द पीड़ा न दिखे कुछ भी इनको
दिखेगा सिर्फ वही झूठी मुस्कान
जिसे आपने अपने चेहरे पर है बनाए रखा
देखोगे जब आइना मिलेगी तुम्हे तुम्हारी परछाई
झूठी मुस्कान रहेगी मगर छलकेगी दिन भर थकान
कहोगे तब खुद से तुम खुद की तकलीफ़
रोओगे देखकर अपनी परेशानी
मगर खुद की ताकत भी बनोगे
हर नए मोड़ पर को बेहतर बनाओगे
खुद से खुद की जंग भी जीत जाओगे
क्यूंकि अभी सिर्फ तुम्हे जरूरत है खुद की।।
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