सफर की दास्तान
प्यार किया नादान थे हम,
ग़लती हुई क्योंकि इंसान थे हम,
आज जिनसे नजरे मिलने में तकलीफ़ होती है,
कभी उसकी जान थे हम
जिनसे आज नाजान है हम.,
सोचा था हमने कि कभी होगा एक दूसरे...
ग़लती हुई क्योंकि इंसान थे हम,
आज जिनसे नजरे मिलने में तकलीफ़ होती है,
कभी उसकी जान थे हम
जिनसे आज नाजान है हम.,
सोचा था हमने कि कभी होगा एक दूसरे...