बहना
बहन तुम भी कितना कमाल करती हो!
इक धागे से मौत का रुख़ मोड़ देती हो।
तुम अपने लहज़े की मिठास से सभी के,
दिल की खरोचों को तुम जोड़ देती हो।
दुआओं में तुम्हारी बहुत असर है बहना!...
इक धागे से मौत का रुख़ मोड़ देती हो।
तुम अपने लहज़े की मिठास से सभी के,
दिल की खरोचों को तुम जोड़ देती हो।
दुआओं में तुम्हारी बहुत असर है बहना!...