दर्द
ये दर्द नहीं दुश्मन ए जां है
हरबार चला आता है।
पहलू में एक बार जगह क्या दे दी,
अब होकर ब़ेकरार चला आता है।
चाहे देखूं , चाहे न बात करुं ,
बनके बेहिस बार बार चला आता है।
भा गया है इसे मेरा नशेमन इतना ,
अब हो कर बेज़ार चला आता है।।
© khak_@mbalvi
हरबार चला आता है।
पहलू में एक बार जगह क्या दे दी,
अब होकर ब़ेकरार चला आता है।
चाहे देखूं , चाहे न बात करुं ,
बनके बेहिस बार बार चला आता है।
भा गया है इसे मेरा नशेमन इतना ,
अब हो कर बेज़ार चला आता है।।
© khak_@mbalvi