उम्मीद..
बहुत उम्मीद थी ज़िंदगी से मगर
अब ये उम्मीद मुरझाने लगी है
बातों का सिलसिला टूट सा गया है
दिल को ख़ामोशी भाने लगी है
ग़म की चिंगारी दबी है जो सीने में...
अब ये उम्मीद मुरझाने लगी है
बातों का सिलसिला टूट सा गया है
दिल को ख़ामोशी भाने लगी है
ग़म की चिंगारी दबी है जो सीने में...