आंखें देखना चाहें
आंखें देखना चाहें तो बहुत कुछ,
देख सकती हैं मगर उजाले में नहीं।
बेहतर है कि चाभी बनना सीखा जाए,
आजकल रिश्तों ने खुद को बंद कर रखा है,
एक गलतफहमी से किसी ताले से नहीं।
अब हर...
देख सकती हैं मगर उजाले में नहीं।
बेहतर है कि चाभी बनना सीखा जाए,
आजकल रिश्तों ने खुद को बंद कर रखा है,
एक गलतफहमी से किसी ताले से नहीं।
अब हर...