बेटी
मैं खोजा करती हू मेरी माँ की डाट, मेरी बेटी की हर एक पुकार मे.
मैं खोजा करती हू मेरी माँ का प्यार,
मेरी बेटी के हर एक फर्माइश के भार मे
मैं कैसे दौड़ करती थीं मेरी माँ मेरे पीछे खाना खिलाने को,
अब मै दौड़ा करती हूँ अपनी बेटी के इर्द - गिर्द,
कभी एक निवाला खिलाने को तो कभी उसे मनाने को,
मैं खोजा करती हू मेरी माँ की डाट,
मेरी बेटी के हर एक पुकार में,
मैं...
मैं खोजा करती हू मेरी माँ का प्यार,
मेरी बेटी के हर एक फर्माइश के भार मे
मैं कैसे दौड़ करती थीं मेरी माँ मेरे पीछे खाना खिलाने को,
अब मै दौड़ा करती हूँ अपनी बेटी के इर्द - गिर्द,
कभी एक निवाला खिलाने को तो कभी उसे मनाने को,
मैं खोजा करती हू मेरी माँ की डाट,
मेरी बेटी के हर एक पुकार में,
मैं...