राम राम
सवेरा हुआ कब का भईया आँख नाक कान खोलों
सुबह सवेरे उठके जरा तुम हाथ मुह तो धोलो
और सवेरे-सवेरे मुख में घी शक्कर को घोलों
राम राम बोलो, भईया राम राम बोलो
वो देखो पड़ोसी चाचा छुपकर कुड़ा सड़क पे फैकें
छत पे करे एक्सरसाइज मैडम सब लार टपकाए देखें
और देखो वो हलवाई...
सुबह सवेरे उठके जरा तुम हाथ मुह तो धोलो
और सवेरे-सवेरे मुख में घी शक्कर को घोलों
राम राम बोलो, भईया राम राम बोलो
वो देखो पड़ोसी चाचा छुपकर कुड़ा सड़क पे फैकें
छत पे करे एक्सरसाइज मैडम सब लार टपकाए देखें
और देखो वो हलवाई...