प्यार का लेप
इक तारा पूछा चंदा से
इतनी खुबसूरत कैसे हो ??
क्या रंग खिला है चेहरे का
नही कोई प्रशाधन की जरूरत है
क्या पराग फूलों का लगाती हो
या लेप कोई बेसकिमती है ,
या कुशल हाथों ने गढा तुम्हे
या कोई जादू जानती है।
पास तेरे रहने के लिए
सब तारे होड लगाते है
सच पूछो तो कई बरसों से
हम भी तो जोर लगाते है ।।
मै छोटा नन्हा सा तारा...
इतनी खुबसूरत कैसे हो ??
क्या रंग खिला है चेहरे का
नही कोई प्रशाधन की जरूरत है
क्या पराग फूलों का लगाती हो
या लेप कोई बेसकिमती है ,
या कुशल हाथों ने गढा तुम्हे
या कोई जादू जानती है।
पास तेरे रहने के लिए
सब तारे होड लगाते है
सच पूछो तो कई बरसों से
हम भी तो जोर लगाते है ।।
मै छोटा नन्हा सा तारा...