...

13 views

ऐ रात मेरी जान।.....
ऐ रात मेरी जान,
तुझमे कुछ तो है अपना सा।
आकर तेरी गोद मे,
हर गम लगता है सपना सा।
तेरी शांत सी वो आहट,
मेरी सारी थकान मिटा देती है।
तेरी मौजूदगी मे मेरे सर से,
हर बोझ लगता है हल्का सा।
ऐ रात मेंरी जान,
तुझमे कुछ तो है अपना सा।
है एक जैसे हम दोनों के हालात,
तू तन्हा इस दुनियां मे और मै भी कुछ अकेला सा।
तेरा मेरा जीवन मानो है,
एक अनसुलझी पहेली सा।
ना अंत है कोई इस वेदना का,
है अंत हीन ये समंदर सा।
ऐ रात मेरी जान,
तुझमे कुछ तो है अपना सा।
ऐ रात मेरी जान
तेरा हर लम्हा है सागर कि गहराई सा।
दिन तो नकाब मे कट जाता है मेरा।
पर तेरे आते ही दिख जाता है सच,
मुझे मेरी परछाई सा।
है दर्द भरा बेशक, पर
तेरा साथ है एक सच्चाई सा।
है बड़ा अजीब ये हम दोनों का कारवा,
पर भरा है दर्द भरी तन्हाई सा।
ऐ रात मेरी जान,
तुझमे कुछ तो है अपना सा।
ऐ रात मेरी जान,
तेरा हर राज़ है सच्चाई सा।

@sumit123 ऐ रात मेरी जान। #nightlife #raaten
#raatkibaat #alone. #fearoftruth.
© sumit123