हाल-ऐ-बयां
#हाल-ऐ-बयां
अपना हाल हे बयां नहीं करता,
बस इस बात को दिल में छुपा कर रखता हूँ,
चलता हूँ तेरा साया बनकर जब भी,
मै तुझे खोने से डरता हूँ,
जैसे चमकते हैं तारे आसमां में,
वैसे ही तुझे देखकर मै खोया-खोया रहता हूँ,
जब भी जिक्र होता है महफ़िल में तेरे नाम का,
मै मदहोश सा होकर जाम पीने लगता हुँ!
© villan001
अपना हाल हे बयां नहीं करता,
बस इस बात को दिल में छुपा कर रखता हूँ,
चलता हूँ तेरा साया बनकर जब भी,
मै तुझे खोने से डरता हूँ,
जैसे चमकते हैं तारे आसमां में,
वैसे ही तुझे देखकर मै खोया-खोया रहता हूँ,
जब भी जिक्र होता है महफ़िल में तेरे नाम का,
मै मदहोश सा होकर जाम पीने लगता हुँ!
© villan001