कैसे बताएं प्रिय।
कैसे बताएं प्रिय,
चांदनी रात में,
तारों की झिलमिल रोशनी में,
स्वयं को कितना अकेला पाया है,
कैसे बताएं प्रिय,
जब हवाओं ने तन को स्पर्श किया,
तन में तपन की ज्वाला उठी,
नैना सारी रात तेरी याद में नीर बहाए,...
चांदनी रात में,
तारों की झिलमिल रोशनी में,
स्वयं को कितना अकेला पाया है,
कैसे बताएं प्रिय,
जब हवाओं ने तन को स्पर्श किया,
तन में तपन की ज्वाला उठी,
नैना सारी रात तेरी याद में नीर बहाए,...