नयी राह...
आज सुबह उठते ही एक नया ख्वाब आया की,
चलो आज नयी शुरुवात करते है.
गुजरे हुये कल को भूलकर,
आनेवाले कल की और बढते है.
जरासा पीचे मुडकर देखा तो
जिंदगी ने मुझसे कहा,
यारा... कल भी वही था,
आज भी वही है,कुछ बदला नही यहा,
वक्त भी वही...
चलो आज नयी शुरुवात करते है.
गुजरे हुये कल को भूलकर,
आनेवाले कल की और बढते है.
जरासा पीचे मुडकर देखा तो
जिंदगी ने मुझसे कहा,
यारा... कल भी वही था,
आज भी वही है,कुछ बदला नही यहा,
वक्त भी वही...