वीर जवान
जब जब दिया वीरों ने बलिदान
तब तब थी उनके चेहरों पे मुस्कान
जिगरा चाहिए मौत को खुद गले
लगाने के लिए
ये काम नहीं होता इतना आसान ।
आज से नहीं वर्षों से होता आ रहा ये काम
डटे रहें रणभूमि पर , सबको धूल चटाई है
चाहे चीन हो या हो पाकिस्तान ।
ना होता इनमें फर्क कोई सिख, ईसाई ,
हिन्दू...
तब तब थी उनके चेहरों पे मुस्कान
जिगरा चाहिए मौत को खुद गले
लगाने के लिए
ये काम नहीं होता इतना आसान ।
आज से नहीं वर्षों से होता आ रहा ये काम
डटे रहें रणभूमि पर , सबको धूल चटाई है
चाहे चीन हो या हो पाकिस्तान ।
ना होता इनमें फर्क कोई सिख, ईसाई ,
हिन्दू...