...

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किताब
किताब वो नही जिन्है हम मजबूरी पढ़ते है .
किताब वो है जिन्हे हम अपने लिए पढ़ते है ।
हम किताब नही पढ़ते है
हम अपना भविष्य पढ़ते है ।

हमारे पढाई मे हमारा
एकजीवन होता है
हम दूसरो के लिए नही
खुद के लिए पनते हैं ।

हम पढते तो है लेकिन
पढ़ाई का महत्तव नही समझते है।


© Dipesh Kumar