किरदार
लफ़्ज़ों का नशा हु वक़्त बेवक़्त
याद बहोत आउंगी
ऐब मेरे सारे संगमरमर से
खुद को तराशते जाऊंगी
तुने अकेलेपन...
याद बहोत आउंगी
ऐब मेरे सारे संगमरमर से
खुद को तराशते जाऊंगी
तुने अकेलेपन...