राजस्थान से रोम !!
राजस्थान से रोम !!
मैं निरंतर चलना चाहता हूँ |
अपने क़दमों को राजस्थान की धुँल में लिपटा ,रोम की धरती पर रखना चाहता हूँ||
रेगिस्तान से रोम के बीच एक लकीर खोजना चाहता हूँ |
कहीं उस मध्य रेखा पर बैठ ,आसमान देखना चाहता हूँ ||
रोम की ओर पीठ करके अरावली |
रात तिमिर को रेगिस्तान से रोम ,चलते देखना चाहता हूँ ||
कोलोसियम के शिखर से देखना है मुझे|
रेगिस्तान का...
मैं निरंतर चलना चाहता हूँ |
अपने क़दमों को राजस्थान की धुँल में लिपटा ,रोम की धरती पर रखना चाहता हूँ||
रेगिस्तान से रोम के बीच एक लकीर खोजना चाहता हूँ |
कहीं उस मध्य रेखा पर बैठ ,आसमान देखना चाहता हूँ ||
रोम की ओर पीठ करके अरावली |
रात तिमिर को रेगिस्तान से रोम ,चलते देखना चाहता हूँ ||
कोलोसियम के शिखर से देखना है मुझे|
रेगिस्तान का...