जिम्मेदारियां
अपनी जिम्मेदारियों का बोझ हवा में उड़ाने गया था
एक तूफान आया था गांव में मैं उससे टकराने गया था
उसे घमंड था की सब तहस नहस कर के रख देगा
मैं उसको उसकी औकात दिखाने गया था
© अर्पण सेन
एक तूफान आया था गांव में मैं उससे टकराने गया था
उसे घमंड था की सब तहस नहस कर के रख देगा
मैं उसको उसकी औकात दिखाने गया था
© अर्पण सेन
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