पुरुष
Hello मित्रो आज मेरा विषय इस दुनिया का बहुत ही विशेष प्राणी है । जी हां बहुत ही विशेष प्राणी ।
और वो हैं लड़के यानी" पुरुष "ये प्राणी भगवान की बनाई समस्त सरचनाओ में से बहुत अदभुत और खूबसूरत है ।
संसार की सेकडो प्रजातियां इस मानव के समक्ष निचले स्थिर की जान पड़ती है ।
अनेक कठिनाइयों के उपरांत ये प्रसन्नता की पराकाष्ठा भलीभांति बनाए रखते है ।
प्रेम ,स्नेह ,मित्रता सबको निभाने में अत्यंत सहजता एवम सरलता का उपयोग करते हुए बहुत ही आसानी से जीवन को सजोऐ रखते है ।
और अपनी भावनाओं को स्वां में समाहित रख लेने की कला से निपुण या यूं क्हु ये अपनी भावनाओं को उस विशेष प्राणी की समक्ष रखते जिनके ये अत्यंत करीबी होते है ।
कुछ अपवाद हर जगह उपस्थित रहते है ।
जिनमे कुछ होते है जो थोड़े निर्लज्ज और बेहूदा प्रवृत्ति वाले परंतु वो मात्र मिठाई पर लगी चीटई की भांति होते जो उनके गुणों में खामियां लाते परंतु ।
पुरुषो की महत्तावताऔर उनके गुणों से कोई भी अनजान नही रहा है ।
और मैं उनके अवगुण क्यू देखू...
और वो हैं लड़के यानी" पुरुष "ये प्राणी भगवान की बनाई समस्त सरचनाओ में से बहुत अदभुत और खूबसूरत है ।
संसार की सेकडो प्रजातियां इस मानव के समक्ष निचले स्थिर की जान पड़ती है ।
अनेक कठिनाइयों के उपरांत ये प्रसन्नता की पराकाष्ठा भलीभांति बनाए रखते है ।
प्रेम ,स्नेह ,मित्रता सबको निभाने में अत्यंत सहजता एवम सरलता का उपयोग करते हुए बहुत ही आसानी से जीवन को सजोऐ रखते है ।
और अपनी भावनाओं को स्वां में समाहित रख लेने की कला से निपुण या यूं क्हु ये अपनी भावनाओं को उस विशेष प्राणी की समक्ष रखते जिनके ये अत्यंत करीबी होते है ।
कुछ अपवाद हर जगह उपस्थित रहते है ।
जिनमे कुछ होते है जो थोड़े निर्लज्ज और बेहूदा प्रवृत्ति वाले परंतु वो मात्र मिठाई पर लगी चीटई की भांति होते जो उनके गुणों में खामियां लाते परंतु ।
पुरुषो की महत्तावताऔर उनके गुणों से कोई भी अनजान नही रहा है ।
और मैं उनके अवगुण क्यू देखू...