ग़ज़ल
यूं रिश्ता सही रास्तों पर नहीं है,
मगर बात आयी हदों पर नहीं है।
तेरा नाम जब से है आया ज़ुबां पर,
कोई नाम दूजा लबों पर नहीं है।
...
मगर बात आयी हदों पर नहीं है।
तेरा नाम जब से है आया ज़ुबां पर,
कोई नाम दूजा लबों पर नहीं है।
...