जाने क्यों रहने दिया....
#रहने-दिया
जो छूटा जहां उसको वही रहने दिया,
सोचा नहीं जो हुआ उसे होने दिया;
थम जाएं ऐसों से ख़ुद न मिलने दिया,
बेबस खुदको खामोश जाने क्यों होने दिया ??
जो बोलता उसे ना जाने क्यों कहने दिया ??
तड़प रहा दिल याद आने दिया,
खिला हुआ चेहरा यूही मुरझाने दिया ,
आवाज़ दबा रहे तो लोग मैंने जाने क्यों दबने दिया??
बस हो रहे सारे जुल्म खुद पर जाने क्यों सहने दिया??
मोहब्बत की तलब मुझे बहा रही थी
मैंने ना जाने क्यों बहने दिया ??
© Nityanshi@
जो छूटा जहां उसको वही रहने दिया,
सोचा नहीं जो हुआ उसे होने दिया;
थम जाएं ऐसों से ख़ुद न मिलने दिया,
बेबस खुदको खामोश जाने क्यों होने दिया ??
जो बोलता उसे ना जाने क्यों कहने दिया ??
तड़प रहा दिल याद आने दिया,
खिला हुआ चेहरा यूही मुरझाने दिया ,
आवाज़ दबा रहे तो लोग मैंने जाने क्यों दबने दिया??
बस हो रहे सारे जुल्म खुद पर जाने क्यों सहने दिया??
मोहब्बत की तलब मुझे बहा रही थी
मैंने ना जाने क्यों बहने दिया ??
© Nityanshi@