...

7 views

बस तुम हो......
जब चांदनी रातों में चाँद निखरे
जब हवाओं में भीनी खुशबू बिखरे
तब दिल की धड़कन तुम हो।

जब प्रेम की राह पर चलने को जी चाहे,
जब ख्वाबों को सजाने को मन करे,
तब आँखों की ज्योति तुम हो।

जब सुख और दुख के लगते हो मेले,
जब हंसने और रोने को मन करे,
तब राहत की बूंद सी तुम हो।

सभी पलों में, हर दिन में,
तमस के अंधियारे में घिरी
तब ख़ुशियों की धूप से हो तुम ।
© ऋत्विजा