...

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खुदगर्ज
इश्क के बाजार में, जो राहों में बिकता है
मुझको वही दर्द, तेरी आंखों में दिखता है

तेरी खुशी, तेरी मर्जी और तेरी मजबूरियां
मुझे तो तू हर तरफ से खुदगर्ज दिखता है

क्यों तेरी यादों पे, ये मेरी आंखें बरसती हैं
मुझे मेरा हर अश्क तेरा शागिर्द दिखता है

मोहब्बत ए किताब पढ़ाओ तुम औरों को
हर इश्के अल्फ़ाज़ पर मुझे हर्ज दिखता है

मोहब्बत में बेरहमी कौन दिखाता है ऐसी
बकाया पिछले जनम का कर्ज दिखता है

दिले दिमाग बीमार ऐसा हो गया है जोकर
तुझसे जुड़ा हर शख्स, गैर मर्द दिखता है

🤡

#सपनेऔरदुःस्वप्न
© Dr. Joker