खुदगर्ज
इश्क के बाजार में, जो राहों में बिकता है
मुझको वही दर्द, तेरी आंखों में दिखता है
तेरी खुशी, तेरी मर्जी और तेरी मजबूरियां
मुझे तो तू हर तरफ से खुदगर्ज दिखता है
क्यों तेरी यादों पे, ये मेरी आंखें...
मुझको वही दर्द, तेरी आंखों में दिखता है
तेरी खुशी, तेरी मर्जी और तेरी मजबूरियां
मुझे तो तू हर तरफ से खुदगर्ज दिखता है
क्यों तेरी यादों पे, ये मेरी आंखें...