//तितलियां//
अक्सर मन में ख़्वाब-ओ-ख़्याल मचलते है ऐसे
मुरझाए हुए फूलों की मुट्ठीयों में कैद तितलियाँ जैसे
ये मानव मन कुछ ऐसा है,की सब कुछ है फिर भी
खुशियों की तलाश में भटकता है,कुछ न हो पास जैसे
आएगी बहार एक दिन,फिर होगी मुश्किल आसान
मिटेगी मृग तृष्णा और,करेगी जिंदगी अठखेलियां वैसे
© shobha panchariya
#writco
#quoteofmine
#तितलियां
मुरझाए हुए फूलों की मुट्ठीयों में कैद तितलियाँ जैसे
ये मानव मन कुछ ऐसा है,की सब कुछ है फिर भी
खुशियों की तलाश में भटकता है,कुछ न हो पास जैसे
आएगी बहार एक दिन,फिर होगी मुश्किल आसान
मिटेगी मृग तृष्णा और,करेगी जिंदगी अठखेलियां वैसे
© shobha panchariya
#writco
#quoteofmine
#तितलियां