पहचान
कौन हो तुम,
पहचान क्या है तुम्हारी,
जिस नाम पर इतना इतराते हो,
ये तो पसंद भी नहीं है तुम्हारी,
तो कौन हो तुम,
और पहचान क्या है तुम्हारी।
किस बात का गुमान है,
किया कौन सा ऐसा काम है,
अगर बस दो पैसो का अभिमान है, ...
पहचान क्या है तुम्हारी,
जिस नाम पर इतना इतराते हो,
ये तो पसंद भी नहीं है तुम्हारी,
तो कौन हो तुम,
और पहचान क्या है तुम्हारी।
किस बात का गुमान है,
किया कौन सा ऐसा काम है,
अगर बस दो पैसो का अभिमान है, ...