February की तरह है मेरी कहानी
उलफ़त पर लिखने वालों ने बहुत लिखा,
फिर भी, ये मेरा दिल बैचेन था ,
लगता था कोई नयी प्रेम कहानी थीं,
इसलिए दिल मेरा मौन था।
जब देखा तुझे पहली बार, दिल मेरा मूक था,
कौन था, कैसा था, और क्यों था, इस पर दिल मेरा ख़ामोश था।
न प्यार किया था पहले, न ही करने का यकीन...
फिर भी, ये मेरा दिल बैचेन था ,
लगता था कोई नयी प्रेम कहानी थीं,
इसलिए दिल मेरा मौन था।
जब देखा तुझे पहली बार, दिल मेरा मूक था,
कौन था, कैसा था, और क्यों था, इस पर दिल मेरा ख़ामोश था।
न प्यार किया था पहले, न ही करने का यकीन...