jindagi
जिंदगी को धूएं ने उङा दिया
आए हर खुशी के ग़म को बूझा दिया
हर पल तेरा था तूने भी भूला दिया
जिंदगी कि क्या क़ीमत थी नशे में उङा दिया।
जीवन में नए कि तलाश किया
कम्कत वो न मिली जिसका मैं हरवक्त तलाश किया।
दिल के झरोखे में एक दिया जला था
न जाने कब बूझ गया, जिसका ग़म था वहीं...
आए हर खुशी के ग़म को बूझा दिया
हर पल तेरा था तूने भी भूला दिया
जिंदगी कि क्या क़ीमत थी नशे में उङा दिया।
जीवन में नए कि तलाश किया
कम्कत वो न मिली जिसका मैं हरवक्त तलाश किया।
दिल के झरोखे में एक दिया जला था
न जाने कब बूझ गया, जिसका ग़म था वहीं...