The forgotten breath
"आजकल ज़िन्दगी बस दौड़ती जा रही है ,
और हम बस पीछे भागते जा रहे हैं...
लेकिन इस भागती-दौड़ती जिंदगी के पीछे हम उसे जीना भूलते जा रहे हैं...
तो इस भागती हुई जिंदगी से हो सके तो कुछ लम्हे चुरा लेते हैं ना...
इस बिन मौसम बदल ते वक्त से कुछ वक्त चुरा लेते हैं ना... कि कहीं किसी अपने के साथ दो पल ढहर जाते हैं...
और हम बस पीछे भागते जा रहे हैं...
लेकिन इस भागती-दौड़ती जिंदगी के पीछे हम उसे जीना भूलते जा रहे हैं...
तो इस भागती हुई जिंदगी से हो सके तो कुछ लम्हे चुरा लेते हैं ना...
इस बिन मौसम बदल ते वक्त से कुछ वक्त चुरा लेते हैं ना... कि कहीं किसी अपने के साथ दो पल ढहर जाते हैं...