दो गज़ ज़मीन
ईश्वर से मैंने निवेदन किया.
था मुझे जीवन बिताने के.
लिए आर्यत स्थान मुहैया कराये
ताकि मै सुकून हुए संतुष्ष्टि से
जीवन अपना जी सकूँ.
पर मेराईश्वर इतना कंजूस होगा.
मैंने कभी सोचा भी नहीं था...कि
वो मुझे सिर्फ दो गज ज़मीन बक्शेगा
जीने के लिए भी और मरने के लिए भी.....
था मुझे जीवन बिताने के.
लिए आर्यत स्थान मुहैया कराये
ताकि मै सुकून हुए संतुष्ष्टि से
जीवन अपना जी सकूँ.
पर मेराईश्वर इतना कंजूस होगा.
मैंने कभी सोचा भी नहीं था...कि
वो मुझे सिर्फ दो गज ज़मीन बक्शेगा
जीने के लिए भी और मरने के लिए भी.....
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