मेरे पापा
हाथ पकड़ चलना सीखा,पीछे दौड़ के बड़े हुए
कांधे पर रखकर पैर उन्ही के,अपने पैरों पर खड़े हुए
कहा मिलेगा ऐसा प्यार,जिसको बस देना ही आता
दरजा भगवान से भी ऊपर,मेरा अभिमान मेरे पापा
सब कुछ सहते हंसते थे,हंसाते रहते थे मेरे पापा
सपने मेरे पूरे करने को,जमाने से लड़ते थे मेरे पापा
पीछे मुडके देखूं तो बस...
कांधे पर रखकर पैर उन्ही के,अपने पैरों पर खड़े हुए
कहा मिलेगा ऐसा प्यार,जिसको बस देना ही आता
दरजा भगवान से भी ऊपर,मेरा अभिमान मेरे पापा
सब कुछ सहते हंसते थे,हंसाते रहते थे मेरे पापा
सपने मेरे पूरे करने को,जमाने से लड़ते थे मेरे पापा
पीछे मुडके देखूं तो बस...