खुद से वो अपनी कहानी कह रही है।
हर तरफ शोर था ,
खामोशी उसके भीतर।
जल रहे दिए में कुछ
लौ है बिल्कुल मद्धिम।
पर जीने की चाह...
खामोशी उसके भीतर।
जल रहे दिए में कुछ
लौ है बिल्कुल मद्धिम।
पर जीने की चाह...