tanha
कभी दिल करे मिलने का तो आओ न।
कुछ मन मे हो बात तो होठो पर लाओ न।
दुनियाँ क्या कहती इसकी परवाह न करो ।
खुल के जीना है तो छोटा बच्चा बन जाओ न।
मंज़िलें अभी नहीं मिली तो गम न करो तुम।
ढूंढ के कोई और रास्ता तुम आगे बढ़ जाओ न।
ता उम्र यूँ तन्हा जीने में क्या रखा है दोस्तों।
कोई अच्छा लगे गर मन को उसे दोस्त बनाओ न।
कुछ मन मे हो बात तो होठो पर लाओ न।
दुनियाँ क्या कहती इसकी परवाह न करो ।
खुल के जीना है तो छोटा बच्चा बन जाओ न।
मंज़िलें अभी नहीं मिली तो गम न करो तुम।
ढूंढ के कोई और रास्ता तुम आगे बढ़ जाओ न।
ता उम्र यूँ तन्हा जीने में क्या रखा है दोस्तों।
कोई अच्छा लगे गर मन को उसे दोस्त बनाओ न।