🔱"शिव के आलोक में"🪔
"वैरागी आप, हम सांसारिक जीवों के प्रिय आप।
ये ललच नहीं, जो क्षणिक हो जाए।
यह अविरल नाता, समय के साथ गहरा हो जाए।
हे महादेव! सोर भरी इस दुनिया में,
मेरी शांति भरा स्रोत हो आप।
मगन रहना है आप...
ये ललच नहीं, जो क्षणिक हो जाए।
यह अविरल नाता, समय के साथ गहरा हो जाए।
हे महादेव! सोर भरी इस दुनिया में,
मेरी शांति भरा स्रोत हो आप।
मगन रहना है आप...