सितम
बाएं जानिब से गिर रहा बुरादा ए हसी,
देखो कहीं ये मेरा सफुफ ए दिल तो नहीं?
जो छिपा है नक़ाब के पीछे मासूम सा,
पता करो कहीं यहीं मेरा क़ातिल तो नहीं?
वफा का समंदर भी बड़ा वसी है...
देखो कहीं ये मेरा सफुफ ए दिल तो नहीं?
जो छिपा है नक़ाब के पीछे मासूम सा,
पता करो कहीं यहीं मेरा क़ातिल तो नहीं?
वफा का समंदर भी बड़ा वसी है...