...

13 views

लौट आओ ना
अमावस के रात सी है ज़िन्दगी यह मेरी,
हर तरफ अंधेरा है और तन्हाइयां है गहरी,
पूनम का चांद बनके आओ ना,
इस अंधेरे को मिटाओ ना,


भटका हूं सफर में,
मंज़िल दिखाओ ना,


पकड़ के हाथ मेरा
मुझे सारा जग घुमाओ ना,


नज़रे...