संघर्ष क़ी राह
संघर्षों में पला, संघर्षों में जला।
थे आँखों में सपने अधूरे, चला करने पूरे॥
सच बोलूँ तो असली सपने सोने नहीं देते।
बंद नेत्रों से दूनियाँ बदलने क़ी चाह कभी पूरी नहीं होती।
जीवन में फूल कम काँटे ज्यादा मिलेंगे।
कर्मठ व्यक्ति वो है जो तूफाँ के लहरोंकेविरूद्ध...
थे आँखों में सपने अधूरे, चला करने पूरे॥
सच बोलूँ तो असली सपने सोने नहीं देते।
बंद नेत्रों से दूनियाँ बदलने क़ी चाह कभी पूरी नहीं होती।
जीवन में फूल कम काँटे ज्यादा मिलेंगे।
कर्मठ व्यक्ति वो है जो तूफाँ के लहरोंकेविरूद्ध...