...

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teri baatein
तेरी निगाहों का सफर जो मेरी निगाहों तक था
तेरी रातों का नगर जो मेरी शमां तक ​​था
तेरी बात आती है तकलीफ मुझ को होती है
कश्ती समंदर मैं तो नहीं मगर किनारे पर लगी
उफ्फ तेरी यादें हैं
जो ख्याल मैं साजी
उफ्फ तेरी बातें हैं
जो दिल पर लगी
ये तूने क्यों किया मैं समझा नहीं।
ये तूने क्यों किया मैं समझा नहीं।



तेरी उंगलियों का सफर जो मेरी जुल्फों तक था
तेरी आँखों का ख़ुवाब जो मेरे ख्यालों तक था
तेरी याद आती है तकलीफ़ मुझ को होती है
चोट बहार तो नहीं मगर दिल पर लगी
उफ्फ तेरी यादें हैं
जो ख्याल मैं साजी
उफ्फ तेरी बातें हैं
जो दिल पर लगी
ये तूने क्यों किया मैं समझा नहीं।