मासूमियत .........✍️
देखी नही अब तलक
उन चेहरों सी मासूमियत
जिनके बीच होकर
हज़ारों गम भी मरहम सा पाने लगते है..........
उन खिलखिलाते हुए होठों
उन चेहरों के बीच ये समा
बेहद खुशनुमा सा एक
अहसास दिलाने लगते है ..........
कुछ भी पाक नज़र आता...
उन चेहरों सी मासूमियत
जिनके बीच होकर
हज़ारों गम भी मरहम सा पाने लगते है..........
उन खिलखिलाते हुए होठों
उन चेहरों के बीच ये समा
बेहद खुशनुमा सा एक
अहसास दिलाने लगते है ..........
कुछ भी पाक नज़र आता...