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झंझावतों की दुनियां
हर सपना पूरा देखा।
हर कोशिश करता रहा
जब बारी मेरी आई तो
सफलता नुश्क निकलता रहा।
आखिर तानो से जीवन भर गया
कुछ मिला या नही मिला
लेकिन साहस से मुंह नही मोढ़ा।
आखिरी कभी हुआ नही
जब बात खर्च की हुई
कुछ भी नजर दूर तक आया।
जीवन के हर झंझावतों में
खुद को अकेला ही पाया
जहां जीवन की हर नाकाम
इरादो से बंधा हुआ होता हूं।
बेसक ये जीवन ही है
जो तकलीफ तो देगा ही
खुशी तो चंद पल की है
जिसमे सारे तकलीफ को भुला दूंगा।
© genuinepankaj
हर कोशिश करता रहा
जब बारी मेरी आई तो
सफलता नुश्क निकलता रहा।
आखिर तानो से जीवन भर गया
कुछ मिला या नही मिला
लेकिन साहस से मुंह नही मोढ़ा।
आखिरी कभी हुआ नही
जब बात खर्च की हुई
कुछ भी नजर दूर तक आया।
जीवन के हर झंझावतों में
खुद को अकेला ही पाया
जहां जीवन की हर नाकाम
इरादो से बंधा हुआ होता हूं।
बेसक ये जीवन ही है
जो तकलीफ तो देगा ही
खुशी तो चंद पल की है
जिसमे सारे तकलीफ को भुला दूंगा।
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