...

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Kasme

नाज़ुक सी कसमें वो बेर्दातन वादे पिंजरे में क़ैद वो छटपटाती यादें,
आओ इनको आज़ाद करें
थक गये अब साथ चलते चलते ज़रा रुककर कुछ दम भर लें,
चलो आज हम-तुम में से तुम और हम अलग कर लें|

थे गमज़दआ हम संग चलकर भी ,
रहे तन्हा हम साथ रहकर भी,
अपनी...