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मैंने चुना हैं सनातनी होना ...😍💞🙏
मैं जन्म से सनातनी तो हूँ ही
पर बचपन मे जब धर्म परिवर्तन के बारे में सुना तो मैने भी सोचा मैं भी करुँगी पर at the last मैंने सनातन को चुना
इसका सबसे बड़ा कारण था मेरा female होना क्योंकि एक सनातन ही हैं जहां मुझे नही कहा गया कि तुम्हें भगवान छूने का अधिकार नही,मोक्ष का अधिकार नही, सिर्फ़ महिला हो इसलिए पूजा का अधिकार नही।
जैन- जैन बनने का सोचा तो पता चला वहाँ भगवान की मूर्ति लड़कियां touch भी नही कर सकती और साधना से सिद्धि और मोक्ष का कोई अधिकार ही नही औरतों को अछूता से लगा मुझे तो निकल ली में तो
मुस्लिम-वैसे सिर्फ़ उर्दू जुबान के अलावा यहां का मुझे कुछ भी नही पसंद, like non veg, यहाँ भी महिलाओं को नमाज़ अदा करते मैंने serial के अलावा नही देखा क्योंकि सब घर मे करते है, एंड बुरखा नही पहन सकती मै,और भी कई चीजें जैसे हलाला,triple तलाक था तब तो और इनके यहाँ देवी होती ही नही है, only मोहम्मद जी है,male female energy balance कैसे होती होगी राम जाने.
सिक्ख, पारसी and all धर्मो में भी इसी तरह की बाते की गई है
फिर में शिव से मिली और शिव ने मिलाया bunny से और उसने मुझे असली सनातनी बनाया खूब लडडू जी को kissy करती हूं मैं तो और रुद्र अभिषेक and भेट भी शिव कोई नही टोकता,
फिर bunny हमे ले गए बब्बा जू के पास और बस हम जन्मो जन्म के लिए उनके हो गए meditation, powers अपनी soul को कैसे higher frequency पर ले जाना है ये शिव शक्ति और हनुमान जी की कृपा से ही सीखी मैं, और गुरुदेव bunny सा की कृपा से भी.
और हम सनातनी पेड़ से लेकर जानवर तक,पहाड़ो से लेकर नदियों तक सबको पूजते है ,और हमेशा देवी का नाम देव से पहले लेते है क्योंकि देवी जन्म दाता हैं और माँ का स्थान भगवान से भी ऊपर हैं ये सिखाया हैं सनातन में ..
और ये बिल्कुल रियलिस्टिक बात है जिनको ये बुरा लगे कि पिता को नीचे क्यों कर दिया वो घर से बाहर जाए और लौट कर जब बापिस आए तो जो पहला शब्द वो बोलेगे वो माँ ही होगा पापा भले खड़े हो दरवाज़े में तो पूछोगे पहले यही mummy कहाँ हैं।
जय गौरी शंकर
जय बब्बा जू की💞😍🙈
© pari
पर बचपन मे जब धर्म परिवर्तन के बारे में सुना तो मैने भी सोचा मैं भी करुँगी पर at the last मैंने सनातन को चुना
इसका सबसे बड़ा कारण था मेरा female होना क्योंकि एक सनातन ही हैं जहां मुझे नही कहा गया कि तुम्हें भगवान छूने का अधिकार नही,मोक्ष का अधिकार नही, सिर्फ़ महिला हो इसलिए पूजा का अधिकार नही।
जैन- जैन बनने का सोचा तो पता चला वहाँ भगवान की मूर्ति लड़कियां touch भी नही कर सकती और साधना से सिद्धि और मोक्ष का कोई अधिकार ही नही औरतों को अछूता से लगा मुझे तो निकल ली में तो
मुस्लिम-वैसे सिर्फ़ उर्दू जुबान के अलावा यहां का मुझे कुछ भी नही पसंद, like non veg, यहाँ भी महिलाओं को नमाज़ अदा करते मैंने serial के अलावा नही देखा क्योंकि सब घर मे करते है, एंड बुरखा नही पहन सकती मै,और भी कई चीजें जैसे हलाला,triple तलाक था तब तो और इनके यहाँ देवी होती ही नही है, only मोहम्मद जी है,male female energy balance कैसे होती होगी राम जाने.
सिक्ख, पारसी and all धर्मो में भी इसी तरह की बाते की गई है
फिर में शिव से मिली और शिव ने मिलाया bunny से और उसने मुझे असली सनातनी बनाया खूब लडडू जी को kissy करती हूं मैं तो और रुद्र अभिषेक and भेट भी शिव कोई नही टोकता,
फिर bunny हमे ले गए बब्बा जू के पास और बस हम जन्मो जन्म के लिए उनके हो गए meditation, powers अपनी soul को कैसे higher frequency पर ले जाना है ये शिव शक्ति और हनुमान जी की कृपा से ही सीखी मैं, और गुरुदेव bunny सा की कृपा से भी.
और हम सनातनी पेड़ से लेकर जानवर तक,पहाड़ो से लेकर नदियों तक सबको पूजते है ,और हमेशा देवी का नाम देव से पहले लेते है क्योंकि देवी जन्म दाता हैं और माँ का स्थान भगवान से भी ऊपर हैं ये सिखाया हैं सनातन में ..
और ये बिल्कुल रियलिस्टिक बात है जिनको ये बुरा लगे कि पिता को नीचे क्यों कर दिया वो घर से बाहर जाए और लौट कर जब बापिस आए तो जो पहला शब्द वो बोलेगे वो माँ ही होगा पापा भले खड़े हो दरवाज़े में तो पूछोगे पहले यही mummy कहाँ हैं।
जय गौरी शंकर
जय बब्बा जू की💞😍🙈
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