kyun!!
ये बेपरवाह मेरा रहना,
तेरे अलावा, किसी और के साथ भी तो चलता नहीं,
फिर क्यूँ खुदा को तेरा- मेरा इश्क़ दिखता नहीं?
माना मौजूद हैं लाखों चेहरे इस जमीं पर,
शायद तुझसे भी खूबसूरत,
फिर क्यूँ मेरी आँखो में किसी और का चेहरा बसता...
तेरे अलावा, किसी और के साथ भी तो चलता नहीं,
फिर क्यूँ खुदा को तेरा- मेरा इश्क़ दिखता नहीं?
माना मौजूद हैं लाखों चेहरे इस जमीं पर,
शायद तुझसे भी खूबसूरत,
फिर क्यूँ मेरी आँखो में किसी और का चेहरा बसता...