जिंदा लाश मुर्दा जिंदगी
आज कल ज़िंदगी खटिये पर पड़ी मुर्दे की तरह
हो गयी है। जिसे चाहते तो सब है लेकिन घर पर...
हो गयी है। जिसे चाहते तो सब है लेकिन घर पर...