तेरा एहसास…..
तेरे एहसास की सौग़ात मेरी कसौटी का तराज़ू है
मुझे बेइंतहा है मोहब्बत और तूँ दिल की आरज़ू है
मुख़्तसर है ये तेरा चेहरा मेरे प्यार की निशानी
मैं भूलकर भी ना यह भूलूँ तेरी मेरी प्रेम कहानी
अक्सर तूँ मेरी बाँहों में यूँही आकर सिमट जाती हो
जैसे सावन के मौसम में कोई कली खिल जाती हो
बस गई हो तुम मुझमें एक एहसास अपना बनकर
तूँ बरसते ही...
मुझे बेइंतहा है मोहब्बत और तूँ दिल की आरज़ू है
मुख़्तसर है ये तेरा चेहरा मेरे प्यार की निशानी
मैं भूलकर भी ना यह भूलूँ तेरी मेरी प्रेम कहानी
अक्सर तूँ मेरी बाँहों में यूँही आकर सिमट जाती हो
जैसे सावन के मौसम में कोई कली खिल जाती हो
बस गई हो तुम मुझमें एक एहसास अपना बनकर
तूँ बरसते ही...