जलते दिल....
टुकड़ा टुकड़ा बिखरकर देख लिए,कोई जोड़ने ना आया
इतना टूटना भी कम था, कि लोगों ने किरचों में तोड़ना चाहा।
बना दोगे किर्च,अच्छी बात है,तुम्हारी नज़र में अस्तित्वहीन हो जाऊंगी,
लेकिन गर उड़कर पड़ गए आँख में तो तुम्हें बहुत तड़पाऊंगी।
बहुत हो रहा है जरा कभी...
इतना टूटना भी कम था, कि लोगों ने किरचों में तोड़ना चाहा।
बना दोगे किर्च,अच्छी बात है,तुम्हारी नज़र में अस्तित्वहीन हो जाऊंगी,
लेकिन गर उड़कर पड़ गए आँख में तो तुम्हें बहुत तड़पाऊंगी।
बहुत हो रहा है जरा कभी...